#Quote

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जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे।
अब वो नफरत में बदल गयी है।
समझ लेना तुम मुझे मेरे बिना कहे खामोशी समझना भी प्रेम ही है
जो लोग कहते है कि उन्हें प्यार से बहुत नफरत है,
तेरी हर एक बात को हंसते-हंसते सह लूंगा बस मोहब्बत में शामिल कोई और ना हो
बेकार में मोहब्बत से नफरत हो गयी।
तुम बस काबिल हो बस मेरी नफरत के।
छुपा रहा हूं इश्क अभी सबसे पर एक दिन सरेआम तुम्हें लेने आऊंगा
इससे ज्यादा इश्क का सबूत और क्या दूं साहब मैंने उसके जिस्म को नहीं उसकी रूह को चुना है
नही हो अब तुम हिस्सा मेरी किसी हसरत के,