#Quote
More Quotes
कहो कि कैसे गुजर रही है रात भारी या दिन है गम में, या हमारी तरह जिंदगी रेत सी यूं फिसल रही है।
आँसुओ का कोई वज़न नहीं होता, लेकिन निकल जाने पर मन हल्का हो जाता है
ऐसी दुनिया का आगाज़ करो जो कल करो सो आज़ करो - चंदन की कलम
मैदान में हारा हुआ इंसान फिर से जीत सकता है, लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता।
जब इंसान जिंदगी कि अपनी सभी इच्छाओं से, मुक्त हो जाता है या कहो वो अपने सारे इन्द्रियों को, अपने काबु में रखता है, तब ही उसे शांति मिल सकती है!
व्यक्ति कर्मों में जीता है वर्षों में नहीं
पत्थर तो हज़ारों ने मारे थे मुझे लेकिन जो दिल पे लगा आ कर इक दोस्त ने मारा है
दुख तो मुफ्त में मिलते है लेकिन सुख की कीमत तो देनी ही
एतबार किया खता नहीं एतबार से बडी खता नहीं
लोग कहते हैं दु:ख बुरा होता है जब भी आता है रुलाकर जाता है ! लेकिन हम कहते दु:ख अच्छा होता है जब भी आता है कुछ सीखा कर जाता है !!