#Hindi Quote

ताश का जोकर और अपनों की ठोकर अक्सर बाजी घुमा देते हैं।

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जो लोग ठोकर खाकर भी चलते रहते हैं, वही एक दिन मंजिल पाते हैं
जिंदगी में हर जगह हम जीत चाहते है..सिर्फ फूलवाले की दुकान ऐसी है, जहाँ हम कहते है की हार चाहिए..क्योकि हम मगवान से जीत नहीं सकते
हर ठोकर इस बात की चेतावनी देती है, की अब संभाल जाओ
सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में, मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में
लोग आपको नहीं आपके अच्छे वक़्त को अहमियत देते हैं
ताश का जोकर, और अपनों की ठोकर, अक्सर वाजी पलट देते है।
जो लोग ठोकर खाकर भी चलते रहते हैं, वही एक दिन मंजिल पाते हैं।
हलके-हलके बढ़ रही है चेहरे की लकिरें; लगता है, नादानी और तजुर्बे का बंटवारा हो रहा है
वक्त जब शिकार करता है हर दिशा से वार करता है.
हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है.