#Hindi Quote
More Quotes
तेरी यादों के सहारे जीना सिख लिया है, सिरहाने के तकिया का सहारा लिया है
किसी को मनाने से पहले यह जरुर जान लेना, की वह तुमसे नाराज है या परेशान
मैंने कुछ वक्त चुप रहकर भी देख लिया, किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता
जो लोग ठोकर खाकर भी चलते रहते हैं, वही एक दिन मंजिल पाते हैं।
आंसूं किसी के दुःख को समझता नहीं है, और न ही किसी की ख़ुशी को
तुम्हारे बगीचे में भी खुशबु रहती है, मेरे रोग में भी भरोसा रहता है
जो लोग ठोकर खाकर भी चलते रहते हैं, वही एक दिन मंजिल पाते हैं
निकाल दिया उसने अपनी जिंदगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा ना जलने के
जिंदगी में खुशियाँ तलाश करो, दुखो का कोई अंत नहीं होता
गुजर जाएगा ये दौर भी ज़रा सा सब्र तो रख, जब खुशियों ही नहीं रुकी तो गम की क्या औकात है