#Hindi Quote

गुज़र जायेगा ये दौर भी ज़रा सब्र तो रख ! जब खुशियाँ ही न रुकी तो ग़म की क्या औकात है !!

Facebook
Twitter
More Quotes
दर्द कम नहीं हुआ है मेरा ! बस सहने की आदत हो गयी है !!
गुज़र जायेगा ये दौर भी ज़रा सब्र तो रख ! जब खुशियाँ ही न रुकी तो ग़म की क्या औकात है !!
आज तन्हा हुए तो अहसास हुआ ! कई घण्टे होते है एक दिन में !!
अब मत खोलना मेरी ज़िंदगी की पुरानी किताबों को.. जो था वो मैं रहा नहीं, जो हूं वो किसी को पता नहीं!
जिन्हें नींद नहीं आती उन्हें को मालूम है सुबह आने में कितने ज़माने लगते हैं
मैने वहां भी सिर्फ तुम्हे मांगा, जहां लोग खुशियां मांगते है
खुदा करे तुझे खुशियां हजार मिले, जीवन तुझे खुशहाल मिले, रहे हर जन्म साथ अपना और तू ही हर जन्म मुझे भाई मिले!
कुछ यादों को आप कभी नहीं छोड़ना चाहते, चाहें उसके लिए आपको कितनी ही पीड़ा क्यों न सहनी पड़े .
जमाने में वही लोग हम पर उंगली उठाते हैं जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती
जीवन में गिरना भी अच्छा है, औकात का पता चलता है, बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को, तो अपनों का पता चलता है.