#Hindi Quote
More Quotes
झूठ इसलिए बिक जाता है, क्योंकि सच खरीदने की हैसियत सबकी नही होती।
पैरों से कांटा निकल जाए तो चलने में मज़ा आता है, और मन से अहंकार निकल जाए तो जीवन जिने में मज़ा आता है।
हलके-हलके बढ़ रही है चेहरे की लकिरें; लगता है, नादानी और तजुर्बे का बंटवारा हो रहा है
कुछ रिश्ते ऊपर बनते है कुछ रिश्ते लोग बनाते है, वो लोग बहुत ख़ास होते है जो बिना रिश्ते के रिश्ता निभाते है!
कुछ रिश्ते इतने अजीब होते हैं कि उन्हें तोड़ने वाला टूटने वाले से ज्यादा रोता है.
हमारा तो एक ही उसूल है, माँ-बाप के अलावा सब रिश्ते फ़िज़ूल है
हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है.
इंसान का ‘ज़मीर’ और शतरंज का ‘वज़ीर’ एक जैसा होता है क्योकी अगर दोनो मर गए, तो खेल खत्म
गुरुर किस बात का साहब, आज मिट्टी के उपर, तो कल मिट्टी के निचे
कितने अजीब हैं ये जमाने के लोग, खिलौना छोड़ कर जज़बातों से खेलते है।