#Hindi Quote

केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षर तत्त्व है, जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता

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जो सभी का मित्र होता है, वो किसी का मित्र नहीं होता। ~ अरस्तू
जो किसी के Fan है उनका कभी कोई Fan नहीं बनता।
मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो परंतु उसकी परछाई सदैव काली होती है…!! “मैं श्रेष्ठ हूँ” यह आत्मविश्वास है लेकिन…. “सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूँ” यह अहंकार है
जिसने भी किया है कुछ बड़ा वो कभी किसी से नहीं डरा।
बिना योजना के लक्ष्य सिर्फ एक इच्छा है।
हर सफलता की शुरुआत “मैं कर सकता हूँ” से होती है।
जीवन ना तो भविष्य में है और ना ही अतीत में है, जीवन तो केवल इस पल में है, इसी पल का अनुभव ही
एक अच्छा सेनापति न केवल जीत का रास्ता देखता है; वह यह भी जानता है कि कब जीत असंभव है।
हुनर तो सब में होता हैं फर्क बस इतना होता हैं किसी का छिप जाता हैं तो किसी का छप
हर किसी के सामने झुकना सही नहीं होता और जो नजरंदाज करे उसके पास रुकना सही नहीं होता !