#Hindi Quote

पतझड़ में ही रिश्तों की परख होती है, बारिश में तो हर पत्ता हरा ही दिखता है

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मन में बातो के चलते रहने से ज़िंदगी रुक ही जाती
झूठ और दिखावे की रफ्तार कितनी भी तेज हो, पर मंजिल तक केवल सच ही पहुँचता है
बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेला पन।
सबकी नकल की जा सकती है, लेकिन चरित्र, व्यवहार, संस्कार और ज्ञान की नकल नहीं हो सकती
उम्मीद की ऊर्जा से जीवन का कोई भी अंधेरा रोशन किया जा सकता है
मैले कपडे फिर भी चल जाएंगे मगर मैला मन लंगड़ा
सबकी ज़िंदगी एक जैसी नहीं होती तो इसका मतलब ये नहीं कि
अहंकार और अकड़ दोनों एक बीमारी हैं, एक ना एक दिन समय इसका इलाज जरूर करता है
अपने रिश्तो को उस ताले की तरह बनाओ जिसे हथोड़े की चोट तो मंजूर हो, मगर किसी दूसरी चाबी से खुलना मंजूर नहीं.
पैसे को दिमाग में नही जेब मे रखना चाहये, रिश्तों को खुले में नही दिलों में रखना चाहिये!