#Hindi Quote

अपने रिश्तो को उस ताले की तरह बनाओ जिसे हथोड़े की चोट तो मंजूर हो, मगर किसी दूसरी चाबी से खुलना मंजूर नहीं.

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मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में, मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में।
एक पर्व ही बताता है कि ख्याल कितना है, वरना कोई तराजू नहीं होता रिश्तों में।
सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में, मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का ! बड़ी मासूमियत से कहते हैं मजबूर थे हम !!
न जाने किस कॉलेज से ली थी मोहब्बत की डिग्री उसने ! जितने भी मुझसे वादे किये थे सब फ़र्ज़ी निकले !!
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है मैंने अपने आप को
खुद के बारें में न किसी पीर से पूछो न किसी फ़क़ीर से पूछो बस कुछ देर आँखें बंद करो, जो पूछना है अपने ज़मीर से पूछो।
तुझे खोकर भी है एक तसल्ली मुझे अब मेरे साथ और क्या बुरा होगा
अपने सपनों का पीछा करो, न कि अपने समय का। सपने खुद आपके पास आएंगे और समय भी आपके पास होगा।
लोग कहते हैं दु:ख बुरा होता है जब भी आता है रुलाकर जाता है लेकिन हम कहते दु:ख अच्छा होता है जब भी आता है कुछ सिखा कर जाता है !!