#Quote
More Quotes
मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं
जो लोग खुद से प्यार करते हैं, वो दूसरों के दिल पर वार नहीं करते हैं !
बीत गया जो सो चिद्यता, न भूलेगा जमाना।
एक व्यक्ति ने कभी गलती नहीं की, जब उसने कभी भी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की यानी जब हम कुछ नया करते है तभी गलतियां होना स्वाभाविक
ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार
इंतजार करने वाले को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है।
अपनी किस्मत के पन्नों पर जो पसीने की स्याही से अपने इरादे लिखा करते हैं उनकी किस्मत अक्सर बुलंद हुआ करती है।
यहाँ तो लोग नफरत भी करते है प्यार की तरह।
भगवान सिर्फ उन्ही की सहायता करता है जो लोग खुद अपनी सहायता स्वयं करते
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल