#Quote

स्वाभिमान से अधिक निकट स्वार्थ जैसा कुछ नहीं है।

Facebook
Twitter
More Quotes
स्वाभिमान से बड़ा कोई खजाना नहीं, और आत्मसम्मान से बड़ी कोई धरोहर नहीं।
किसी को आपके साथ बुरा व्यवहार करने की अनुमति न दें क्योंकि आप उनसे प्यार करते हैं।
खुद का भला करना एक और तरह का सम्मान है।
स्वाभिमान से बड़ा कोई सच्चा साथी नहीं होता, यह जीवन की सबसे बड़ी सलाह है।
स्वयं के प्रति ईमानदार होना आत्म-सम्मान का सर्वोच्च रूप है। यदि आप कुछ महसूस नहीं कर रहे हैं, तो इसे न करें।
यदि हम अपने आप को उच्च सम्मान में नहीं रखते हैं, तो दूसरे जाने-अनजाने में न तो हमें देखेंगे और न ही हमारे साथ सम्मान से पेश आएंगे।
परिपक्वता उन लोगों और स्थितियों से दूर चलना सीखना है जो आपके मन की शांति, आत्म-सम्मान, मूल्यों, नैतिकता और आत्म-मूल्य को खतरे में डालती हैं।
कभी-कभी आपको अहंकार के लिए नहीं बल्कि आत्म-सम्मान के लिए छोड़ना पड़ता है।
स्वाभिमान वह शक्ति है, जो आपको दुनिया के आगे झुकने नहीं देती।
किसी के लिए या किसी भी चीज़ के लिए अपने मानकों को कम न करें। स्वाभिमान ही सब कुछ है।