#Quote

मैं हर रात कुछ इस क़दर बिखरता हु, की मुझे समेटने के लिए ये रात सदियों में गुजरती है..!!!

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बस यही दो मसले जिंदगी के हल ना हुए, ना नींद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए..!!!
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है।
इतना उदास ना हो-ए-दिल, बस भरोसा ही तो टूटा है, ये बिछड़ने वाले कब अपने होते है, कोई पराया ही तो रूठा है..!!!
कुछ यादों को आप कभी नहीं छोड़ना चाहते, चाहें उसके लिए आपको कितनी ही पीड़ा क्यों न सहनी पड़े .
मुस्कुराते हुए इंसान को कभी जब देखना, हो सकता है रूमाल गिला मिले
हजारों मुकम्मल ख्वाबों के बीच, तेरा ना मिलना खलता बहुत है..!!!
संभल कर चल नादान ये इंसानों की बस्ती है, ये खुदा को भी आजमा लेते है, फिर तेरी क्या हस्ती है..!!!
मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसले से उड़ान होती है।
तुम कहा हो मेरे करीब आओ, मैं कहा हु मुझे पता तो चले..!!!
कुछ पल का साथ देकर तुमने, पल पल के लिए बेचैन कर दिया