#Hindi Quote

बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेला पन।

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पतझड़ में ही रिश्तों की परख होती है, बारिश में तो हर पत्ता हरा ही दिखता है
खुद को हर किसी से अलग मानो, वही खुदरा है जिसे दुसरों की मौजूदगी पर इतना अच्छा नहीं लगता।
आपको खुद की सम्मान करनी चाहिए, क्योंकि जब आप खुद को सम्मान करते हैं, तो आपको दूसरों की सम्मान चाहिए।
अगर तुम मेरे घर के चिराग नहीं हो तो मेरा मन सूना है। अगर तुम मेरी बहन होती तो मैं फिर कभी इस तरह नहीं मुस्कुराता
हुआ तो कुछ भी नहीं, बस थोड़े से ख्वाब टूटे हैं, और थोड़े से लोग बिछड़े ह।
ए दिल अब तो होश मैं आ. यहाँ तुझे कोई अपना कहता ही नहीं. और तू है की खामख्वा किसी का बनने पे तुला ।
नहीं बदल सकते हम खुदको औरों के हिसाब से, एक लिबास मुझे भी दिया है, खुदा ने अपने हिसाब ।
स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी, जहां लोग तो बहुत है, पर अपना कोई नह।
सहमी हुई थी झोपड़ी बारिश के खौफ से, मेहलो की आरजू थी के बारिश जरा जम के बरसे
खुद को सम्मान दीजिए, क्योंकि जब आप अपने आप में सम्मान करते हैं, तभी कोई दूसरा आपको सम्मान दे सकता है।