#Hindi Quote
More Quotes
निकाल दिया उसने अपनी जिंदगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा ना जलने के
उदास कर जाती है मुझे हर रोज ये शाम, ऐसा लगता है जैसे कोई भुला रहा है धीरे धीरे
आंसूं किसी के दुःख को समझता नहीं है, और न ही किसी की ख़ुशी को
चहरे बदल जाए तो कोई तकलीफ नहीं, मगर लहजे बदल जाए तो बहुत तकलीफ होती है
हर ठोकर इस बात की चेतावनी देती है, की अब संभाल जाओ
जिंदगी में खुशियाँ तलाश करो, दुखो का कोई अंत नहीं होता
दिल के रिश्ते तो किस्मत से मिलते है, वरना मुलाक़ात तो हजारो से होती है
गुजर जाएगा ये दौर भी ज़रा सा सब्र तो रख, जब खुशियों ही नहीं रुकी तो गम की क्या औकात है
जिसकी जैसी सोच वह वैसी कहानी रखता है, कोई परिंदे के लिए बन्दुक तो कोई पानी रखता है
तेरी यादों के सहारे जीना सिख लिया है, सिरहाने के तकिया का सहारा लिया है