#Hindi Quote
More Quotes
तुम संघर्ष के समय बनी ऐसी प्रतिमा हो बहना, जिसे न्याय की मूर्ति कहना गलत ना होगा ।
मैं अकेला रह जाता मायूसी भर के, जो तू मेरे घर का चिराग ना बनती मैं फिर कभी ऐसा हसमुख ना होता, जो तू बहना मेरा मान ना बनती
आशाओं की किरण ओझिल हो नहीं सकती नारी भी कभी यूँ ही अवला हो नहीं सकती मेरी बहन को देखा मैंने, जो वीरांगना की परिभाषा हैं उसके होने पर मैं निर्भय, वो मेरी विजय की आशा है
अपने आप पर भरोसा रखो, तुम्हारा किस्सा किसी दिन कहानी बनेगी I
जो मैं जलते चिराग में पड़ा तेल हूँ, तो सच यह है कि बहना तुम उस चिराग में जलती बाती हो ।
कभी छुपा लेते है गम की दिल के किसी कोने में। कभी किसी को सब कुछ सुनाने का दिल करता है।
विपत्ति से बढ़कर अनुभव सिखाने वाला विद्यालय ना तो आज तक खुला है न कभी खुलेगा।
आत्म-सम्मान से भरी हर मुस्कान आपके आत्म-विश्वास की कहानी कहती है
बहना मेरी हर सुबह की भोर हो तुम, हर सवालों का जवाब और मेरे मन में उठा शोर हो तुम
शर्म नहीं तू गर्व हैं बहना, मेरी कलम का लिखा तू हर्फ़ है बहना तेरी नीयत मेरी पहचान है बहना, तू मेरी इकलौती शान है बहना