#Hindi Quote
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मानवता सागर के समान है यदि सागर की कुछ बुँदे गन्दी है,
कोई सिखादे मुझे भी अपने वादों से मुक़र जाना ! बहुत थक चुका हूँ निभाते-निभाते.
ज़िन्दगी में एक हसी वो होती है जो इंसान अपने ग़म को छुपाने के लिए खुद सीखता है
हमारी सबसे बड़ी कमजोरी बीच में ही हार मान लेना है
वह जो सोचता है वही बन जाता है। (महात्मा गांधी)
अपने लक्ष्य को पाने के लिए जितनी मेहनत करेंगे, उतनी ही बड़ी सफलता
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है, मैंने अपने आप को दुःख दिया है.
तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता। (महात्मा गांधी)
वो मुश्किल दौर ही होता है जो इंसान को मज़बूत बना देता है ताकी वो हीरे की तरह चमक सके
मैं सही फैसले लेने में यकीन नहीं करता