#Hindi Quote

कोई सिखादे मुझे भी अपने वादों से मुक़र जाना ! बहुत थक चुका हूँ निभाते-निभाते.

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उम्मीद छोड़ी हैं तुमसे मोहब्बत नहीं.
ये दिन भी क़यामत की तरह गुज़रा है ! न जाने क्या बात थी हर बात पर रोना आया.
अपने रिश्तो को उस ताले की तरह बनाओ जिसे हथोड़े की चोट तो मंजूर हो, मगर किसी दूसरी चाबी से खुलना मंजूर नहीं.
अकेले रहने में और अकेले हो जाने में बहुत फर्क होता
अपने अतीत से ये सीखना ज़रूरी है की ये न सोचना कीआज आपने जितनी मेहनत की है उससे आपको क्या मिलेगा बल्कि ये सोचिए की आज आपने जितनी मेहनत की है उससे आप आने वाले कल में क्या बन सकते हो
स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी, जहां लोग तो बहुत है, पर अपना कोई नह।
समय दिखाई नहीं देता पर बहुत कुछ दिखा कर चला जाता है|
अक्सर जिनकी हंसी खूबसूरत होती है, वो जिंदगी में रोये भी बहुत होते हैं।
वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए पूरा ध्यान लगाते हैं और लगातार प्रयास करते हैं।
मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में, मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में।