#Hindi Quote

सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में, मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में

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ताश का जोकर और अपनों की ठोकर अक्सर बाजी घुमा देते हैं।
गुरुर किस बात का साहब, आज मिट्टी के उपर, तो कल मिट्टी के निचे
बहुत दुर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए..कि नज़दीक कौन है
क्रोध हमेशा मूर्खता से शुरू होकर पश्चाताप पर समाप्त होता है।
रूठे हुए को मनाना जिंदगी है, दुसरों को हंसाना जिंदगी है। कोई जीतकर खुश हुआ तो क्या हुआ, सब कुछ हारकर मुस्कुराना भी जिंदगी है।
पतझड़ में ही रिश्तों की परख होती है, बारिश में तो हर पत्ता हरा ही दिखता है
न जाने कितने ही रिश्ते खत्म कर दिये इस भ्रम ने कि मैं सही हूं, सिर्फ मैं ही सही हूं
लोग आपको नहीं आपके अच्छे वक़्त को अहमियत देते हैं
हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है.
पैसे को दिमाग में नही जेब मे रखना चाहये, रिश्तों को खुले में नही दिलों में रखना चाहिये!