#Hindi Quote
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ज़िन्दगी भर नहीं दूंगा।
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली दिल ने दुनिया से दोस्ती कर
दूसरों के चेहरे हम याद रखें हमारी ऐसी फितरत नहीं लोग हमारा चेहरा देख के अपनी फितरत बदल ले ऐसी हमारी फितरत है।
सबकुछ कुछ नहीं से शुरू हुआ
समाज के एक धड़े ने मुझे रोकने के अनेको प्रयास किए, हकीकत तो ये है कि समाज ने ही मुझे आज सफल बनाया है ।
दिल में कुछ जलता है, शायद दुआ धुआ सा लगता है। आंख में कुछ अच्छा है, शायद सपना कोई सुलगता है ।
हवाओं ने मुझे हताश करने की बहुत कोशिश की, मैं वह परिंदा बना जिसने ऊंची भरना सही समझा।
शायद ये चेहरा मेरा नहीं है लेकिन कुछ चेहरे देखकर मुझे मेरा चेहरा बदलने का मन करता है
उम्मीद छोड़ी हैं तुमसे मोहब्बत नहीं.
मेरे उज्जवल भविष्य के लिए जो त्याग तुमने किया, वैसा त्याग शायद कोई दूसरा नहीं कर पायेगा।