#Hindi Quote
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मनुष्य जितना सोचता है उससे कहीं ज्यादा_नैतिक है, और वो इतना अनैतिक है कि वो उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता।
जिसके पास उम्मीद और आस है, वो ज़िन्दगी के हर इम्तिहान में पास हैं…!
ज़िन्दगी एक ढलती शाम की तरह है, जिसमें कहीं उथल-पुथल है, तो कहीं थोड़ा आराम भी
“अहमियत” दी तो कोहिनूर खुद को ”मानने” लगे, कांच के #टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे.
सच्ची दोस्ती के रंग गहरे पक्के होते हैं, ज़िन्दगी की धूप में भी उड़ा नही करते।
ज़िन्दगी में अगर गुलाब की तरह खिलना है तो कांटों से तालमेल की कला को सीखना ही होगा
माना हम भाई-बहन में बनती नहीं, लेकिन, एक दूसरे के बिना चलती भी नहीं।
हमेशा अपने विचारों शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें।
ज़िन्दगी की हक़ीक़त को बस इतना ही जाना है , दर्द में अकेले हैं खुशियों में ज़माना है
जितना_मैंने सोचा था ज़िन्दगी उससे कहीं_छोटी है !