#Hindi Quote
More Quotes
मैं प्यार का इस्तीफा
छुपा रहा हूं इश्क अभी सबसे पर एक दिन सरेआम तुम्हें लेने आऊंगा
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
नही हो अब तुम हिस्सा मेरी किसी हसरत के,
इससे ज्यादा इश्क का सबूत और क्या दूं साहब मैंने उसके जिस्म को नहीं उसकी रूह को चुना है
तुम से जो मोहबत थी ना,
यहाँ तो लोग नफरत भी करते है प्यार की तरह।
जो लोग कहते है कि उन्हें प्यार से बहुत नफरत है,
समझ नहीं आता किस पर भरोसा करू,
लोग वही कहने जा रहे हैं जो वे कहना चाहते हैं और वही सोचते हैं जो वो सोचना चाहते हैं, और मैं उनका विचार नहीं बदल सकता।