#Hindi Quote
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कितना अजीब है लोगों का अंदाज-ऐ-मोहब्बत, रोज एक नया जख्म देकर कहते हैं अपना ख्याल रखना
सबर मेरा कोई क्या ही आजमाएगा, मैंने हंस के छोड़ा है उसे जो मुझे सबसे प्यारा था
माना दूरियां कुछ बढ़ सी गई है, मगर तेरे हिस्से का वक्त हम आज भी तनहा गुजरते हैं
धीरज रखना वो कड़ी मेहनत है जो आप तब करते हैं जब आप अपने किए हुए कठिन परिश्रम से थक जाते हैं।
धोका ऐसे ही नही मिलता, भला करना पड़ता है लोगो का
यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं की, खैरियत पूछने वाला आपकी खैरियत भी चाहता हो
सहमी हुई थी झोपड़ी बारिश के खौफ से, मेहलो की आरजू थी के बारिश जरा जम के बरसे
ऑफिस का काम भी करना, घर में सबका ख्याल भी रखना,
जहां में डूबा था मुझे वही किनारा चाहिए, तू फिर आ मेरे पास मुझे तू दोबारा चाहिए
कुछ पल का साथ देकर तुमने, पल पल के लिए बेचैन कर दिया