#Hindi Quote
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एक दिन सपना नींद से टूटा खुशी का दरवाजा फिर से रूठा
मन में चल रहे युद्ध को विराम दे खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर
मुड़ कर देखा तो वक्त खड़ा था जिंदगी और मौत के बीच पड़ा था
जब ‘दर्द’ और ‘कड़वी’ बोली दोनों मीठी लगने लगे तब समझ लीजिये कि जीना आ गया
चलते वक्त के साथ तु भी चल उसमें सिमटने की कोशिश न कर
दो पल ठहर के मेरे पास वह आया पूछा मिली थी जो खुशी उसे क्यों ठुकराया
कुछ बाते भगवान पर छोड़ दे सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर
यदि आप वर्तमान में स्थिति में नहीं हैं, तो आप अनिश्चितता की प्रतीक्षा कर सकते हैं या हंगामा के साथ बैठे हैं और दर्द और दु: ख में लौट रहे हैं।
दर्द तब और भी गहरा होता है जब, हमें अपने ही लोगो से धोखा मिलता है
कभी छुपा लेते है गम की दिल के किसी कोने में। कभी किसी को सब कुछ सुनाने का दिल करता है।