#Hindi Quote
More Quotes
जब परिवार के सदस्य अप्रिय लगने लगे और पराये अपने लगने लगे, तो समझ लीजिए विनाश का समय आरंभ हो गया है।
कहने को तो ज़िंदगी में हमसे हज़ारों लोग मिल जाते हैं लेकिन हमारी हज़ारों गलतियों को माफ करने वाले मां बाप दुबारा नहीं मिलते।
आप किस कुल, परिवार में जन्मे हो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। आपको बस दूसरों से हटकर अपनी राह बनानी होती है।
हार और जीत सिक्के के दो पहलू की तरह होते हैं, पहले के बिना दूसरा और दूसरे के बिना पहला अधूरा होता है।
जीत जाए या हार जाए इंसान की ख्वाहिश होती है की अपने परिवार के पास जाय।
सभी खुशहाल परिवार एक दुसरे से मिलते जुलते हैं, हर एक नाखुश परिवार अपने ही किसी कारण से
परिवार कोई ज़रूरी चीज़ नहीं है। इसमें सब कुछ प्यार सम्मान सुरक्षा और अपनापन होना चाहिए।
भाग्य तो आजकल सब बनाते है पर, अपना परिवार कोई कोई बना पाता है
ऊपर वाले ने दुनिया में सबसे अच्छी एक ही चीज़ बनाई, वो है परिवार
समस्याएं हमारे जीवन में बिना किसी वजह के नहीं आती। उनका आना इशारा है कि हमें अपने जीवन में कुछ बदलना है।