#Hindi Quote
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कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नहीं आता, हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगों को मित्र और शत्रु बनाता है।
मन का भाव पुण्य से बढ़कर है।
अगर आपके सपने आपको नहीं डरा रहे हैं, तो वो पहले से पुरे होने लग चुके हैं।
कोई काम शुरू करने से पहले स्वयं से तीन प्रश्न कीजिए मैं यह क्यों कर रहा हूं इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल होगा और जब गहराई से सोचने पर इन प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर मिल जाए तभी आगे बढ़े
जिसका खारा वो ही सोच रहा है, और जिसका मीठा वो ही बोल रहा है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने धीरे चलते हैं ज़रूरी ये है की आप रुके नहीं।
ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार
न कर फ़िक्र की जमाना क्या सोचेगा, ज़माने को अपनी ही फ़िक्र से फुरसत कहाँ!
हार का निशान जीत है।
ये न थी हमारी किस्मत कि विसाले-यार होताअगर और जीते रहते यही इंतिजार होता