#Hindi Quote
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कौन ज्यादा मजबूर है वो जो सड़कों पर सुकून की नींद सोता है या वो जो लाखों के घर में भी नींद के लिये तरसता है।
वह व्यक्ति कुछ नहीं पा सकता जिसने उम्मीद खो दी है….
ज़िन्दगी के बहुत से इम्तिहान बाकी हैं अभी तो बस चलना सीखा है नापने को पूरी कायनात बाकी है। गिरूंगा सीखूंगा उठूंगा अभी सीखने को पूरा संसार बाकी है।
व्यक्ति कर्मों में जीता है वर्षों में नहीं
जीवन का सच न तो सुनाया जा सकता है और न ही पढ़ा जा सकता है, उसे समझना होगा।
पैसा" आज के जमाने में इज्ज़त भी पैसे देखकर किए जाते हैं, बिना पैसे के तो लोग ज़रूरत भी नहीं समझते। -तेजस्विनी कुमारी
ईश्वर से कोई भी प्रेम कर सकता है क्योंकि वह आपसे कुछ नहीं मांगता। पर अपने पास खड़े व्यक्ति से प्रेम करने की कीमत जीवन से चुकानी पड़ती है ।
दुख तो मुफ्त में मिलते है, लेकिन सुख की कीमत तो देनी ही पड़ती है
ऐसी दुनिया का आगाज़ करो जो कल करो सो आज़ करो - चंदन की कलम
अस्तित्व की इस लड़ाई में एक संघर्ष दायित्व का भी है।