#Hindi Quote
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रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ, ए मुश्किलों देखो मैं तुमसे कितना बड़ा
हार’ तो वो सबक है, जो आपको बेहतर बनने का मौका देती है।
हार मत मानो, क्योंकि हारने के बाद ही जीत का स्वाद मिलता
हर दिन एक नई शुरुआत है, इसे बेहतर बनाने का प्रयास
जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि झुकता वही है जिसमें जान होती है, अकड़ तो मुर्दे की पहचान
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें, लेकिन यह भी सत्य है कि उनमें से अधिकाँश यह नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर करें
किसी भी चीज़ के लिए अपनी अहमियत को कम मत समझो, क्योंकि आत्मसम्मान से बड़ा और कुछ है !
अजीज भी वो है, नसीब भी वो है, दुनिया की भीड़ में करीब भी वो हे, उनकी दुआओं से ही चलती है जिंदगी, क्योंकि खुदा भी वो है, तकदीर भी वो है।
कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नहीं आता, हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगों को मित्र और शत्रु बनाता है।
कुछ लोगों को ऊँचाई पर पहुंचने की इतनी जल्दी होती है की छोटे लोगों के हाथ पकड़ने की बजाय बड़े लोगों के पाँव पकड़ना पसंद करते है।