#Hindi Quote

जब परिवार के सदस्य अप्रिय लगने लगे और पराये अपने लगने लगे, तो समझ लीजिए विनाश का समय आरंभ हो गया है।

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आपकी खराब परिस्थिति में जो साथ दे, कम से कम उसकी इज्जत करना।
जो इंसान मन की तकलीफों को नही बता पता, उसे ही गुस्सा सबसे ज्यादा आता है।
मिट्टी का मटका और परिवार की क़ीमत, सिर्फ बनाने वाले को ही पता होती है, तोड़ने वाले को नहीं!
शिकवा तो बहुत है तुझसे ऐ ज़िन्दगी पर चुप इसलिए हूँ, क्योंकि जो दिया है तुमने वो भी कितनो को नसीब नही होता।
लफ्ज कितनी भी समझदारी से इस्तेमाल कीजिये, फिर भी सुनने वाला अपनी काबिलियत और अपनी सोच के मुताबिक ही उसका मतलब निकेलगा।
जीत जाए या हार जाए इंसान की ख्वाहिश होती है की अपने परिवार के पास जाय।
रोटी तो हर कोई कमाता है लेकिन कुछ ही लोग रोटी परिवार के साथ बैठ कर खाते है
जब ‘दर्द’ और ‘कड़वी’ बोली दोनों मीठी लगने लगे तब समझ लीजिये कि जीना आ गया
जिसने कभी विपत्तियां नही देखी, उसे अपनी ताकत का कभी एहसास नही होगा।
कहने को तो ज़िंदगी में हमसे हज़ारों लोग मिल जाते हैं लेकिन हमारी हज़ारों गलतियों को माफ करने वाले मां बाप दुबारा नहीं मिलते।