#Quote

दर्द, गम, डर जो भी है बस तेरे अंदर हैं, खुद के बनाये पिंजरे से निकल कर देख, तू भी एक सिकंदर है!

Facebook
Twitter
More Quotes
आप दुखो को गिनने बैठ जाओगे, जाहिर है खुशियों की गिनती भूल जाओगे।
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।– हरिवंश राय बच्चन
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।
जिस व्यक्ति के अंदर स्वयं को खोने का डर नहीं है, जो इससे मुक्त हो चुका है, वही प्रेम को जान सकता है, वही प्रेम बन सकता है।
अभी तो असली उड़ान बाकी है, परिंदे का इम्तिहान बाकी है, अभी अभी तो लांघा है समुंदर, अभी तो पूरा असमान बाकी है!
विश्व एक विशाल व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं। दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।
समाज के एक धड़े ने मुझे रोकने के अनेको प्रयास किए, हकीकत तो ये है कि समाज ने ही मुझे आज सफल बनाया है।
जीवन उनके लिए है जो डरने के बजाय सीखने को तैयार रहते हैं.
सपनों की उड़ान वही भर सकते हैं, जो अपने डर को पीछे छोड़ देते हैं।
सपनों की उड़ान वही भर सकते हैं, जो अपने डर को पीछे छोड़ देते हैं ।