#Quote

तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया, बना के रास्ता जो भीड़ से निकल गया!

Facebook
Twitter
More Quotes
किसी की निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को नहीं छोड़े, क्योंकि अक्सर लक्ष्य मिलते ही निंदा करने वालों की राय बदल जाती है।
भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं.
जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है. हार तब होती है जब मान लिया जाता है.
एक दिन वर्षों का संघर्ष, बहुत खूबसूरत तरीके से तुमसे टकराएगा!
आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बडी सजा हैं
जिनकी ज़िंदगी बहुत भीड़ होती है, वहां से निकलना ही सही होता है I
तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया बना के रास्ता जो भीड़ से निकल
तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया
जल्दबाज़ी और गुस्से में किए गये कार्य सदैव दुखदायी होते है, क्रोध वो तुफान है जिसके थमने के बाद हुए नुकसान का पता चलता है
ज़िंदगी का सफ़र मानो तो मौज है वरना समस्या तो रोज है!