#Quote

ऐसी बेरुखी भी देखी है हमने के लोग, आप से तुम तक तुम से जान तक, फिर जान से अनजान तक हो जाते ।

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स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी, जहां लोग तो बहुत है, पर अपना कोई नह।
बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेला पन।
एक महिला परिवार की देखभाल कर सकती है। आकार प्रदान करने के लिए, लेकिन घर को मज़बूती बनाए रखने के लिए एक आदमी की आवश्यकता होती है।
मगर लोग मोहब्बत का सुबूत ज़रूर मांगते है।
जो लोग दर्द को समझते हैं वो लोग कभी दर्द की वजह नहीं बनते
बात कड़वी है पर सच है। लोग कहते है तुम संघर्ष* करो हम तुम्हारे साथ है। यदि लोग सच में साथ होते तो संघर्ष* की जरुरत ही नहीं पड़ती।
खुद से प्यार करने वाला मनुष्य एक अपराजय योद्धा के समान होता है।
इश्क़ करो ऐसा की जमाना भी याद करे न की ऐसा की लोग तुम्हे बर्बाद कहें.
अक्सर लोग आलसी नहीं होते बल्कि उनके लक्ष्य कमजोर होते हैं…
घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए।