#Hindi Quote
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बिना दुख के सुख की कोई अहमियत नहीं होती इसलिए दुख से कभी घबराओ मत।
दर्द की दवा न हो तो दर्द को ही दवा समझ
हर रक्षा बंधन मैं अपने मन के भीतर तुम्हारी सुख, समृद्धि का संकल्प लेता हूँ।
मैं ज़िन्दगी से नहीं अपने आप से नाराज़
हम आने वाले ग़म को खिंचतान कर आज की ख़ुशी पे ले आते है, और उस ख़ुशी में ज़हर घोल
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है मैंने अपने आप को
दुःख छुपाने के कमाल को हसी कहते
जब प्यार करने वाले अपने जज़्बातों को दबाकर रिश्तों को कोई दूसरा नाम देते है
दुख तो मुफ्त में मिलते है, लेकिन सुख की कीमत तो देनी ही पड़ती है
ना कोई तरंग है, ना कोई उमंग है मेरी ज़िन्दगी भी क्या एक कटी पतंग