#Hindi Quote
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किताबों से बढ़कर सच्चा दोस्त और कोई नहीं हो सकता। यह आपके सुख-दुख तथा जीवन के हर पड़ाव में आपका साथ देता है।
सुख निर्मल सुबह की भाँति होता है, जो माँगने पर नहीं जागने पर मिलता है
ज्ञान सिर्फ किताबों से ही नहीं मिलता, जीवन की परिस्थितियां भी इंसान को बहुत कुछ सीखा देती हैं।
शिक्षा केवल विद्यालय में ही अर्जित नहीं की जा सकती। यह जहां जिस रूप में मिले हमें उसे ग्रहण करना चाहिए।
कर्म भूमी की दुनिया में, श्रम सभी को करना है.
हर दुःख आने वाले सुख की चिठ्ठी होती है, और हर नुक्सान होने वाले फायदे का
मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो परंतु उसकी परछाई सदैव काली होती है…!! “मैं श्रेष्ठ हूँ” यह आत्मविश्वास है लेकिन…. “सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूँ” यह अहंकार है
जो लोग आलसी होते हैं, ऐसे लोगों का कोई भविष्य और वर्तमान नहीं होता है।
पहचान के ज़रिये मिला काम बहुत कम समय के लिए ही टिक पाता है, लेकिन काम से मिली पहचान ज़िन्दगी भर क़ायम रहती है।
जो श्रम से लजाता है, वह सदैव परतंत्र रहता है।