#Hindi Quote
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प्रेम या सम्मान का भाव सिर्फ उन्हीं के प्रति रखिए, जो आपके मन की भावनाओ को समझते हो, कहते है कि जलो वहाँ जहाँ जरूरत हो उजालो में चिरागों के मायने नही होते।
स्वयं का सम्मान ही सबसे बड़ा आत्मसंतोष है।
ईमानदारी ही हमारे संबंधों को मजबूत और स्थायी बनाती है, जिससे हम विश्वास और प्रेम का अनुभव करते हैं।
आपको खुद की सम्मान करनी चाहिए, क्योंकि जब आप इसे करते हैं, तो आप उच्चतम गति के विचारों और लक्ष्यों की ओर बढ़ने लगते हैं।
छोटी-छोटी बातों पर हमें अपना सम्मान करना आना चाहिए, ऊपरवाले ने हमें यूं ही तो नहीं बनाया होगा।
मुझे अपना ख्याल है। जितना अधिक अकेला, जितना ही मित्रहीन, जितना अधिक निर्वाह मैं हूँ, उतना ही अधिक मैं स्वयं का सम्मान करूँगी। – शार्लोट ब्रोंटे
नैतिकता का पालन करने से हम समाज में एक आदर्श व्यक्ति बनते हैं, जो दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत होता है।
अपने आप को सबसे ज्यादा सुरक्षित महसूस करता हूं, जब अपने भाई के साथ रहता हूं।
आपकी सम्मान वह वेतन है जिसे आपको लेना होगा, आपको चाहिए वह संघटना जो आपको चुने।
नैतिकता का पालन करना हमें सच्चे सुख और शांति की ओर ले जाता है, जिससे हमारा मन और आत्मा दोनों संतुष्ट होते हैं।