#Hindi Quote
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ज़िन्दगी एक ढलती शाम की तरह है, जिसमें कहीं उथल-पुथल है, तो कहीं थोड़ा आराम भी।
अपने भाई की इज्जत करनी चाहिए, चाहे वह कैसा भी हो।
ज़िन्दगी के बहुत से इम्तिहान बाकी हैं अभी तो बस चलना सीखा है नापने को पूरी कायनात बाकी है। गिरूंगा सीखूंगा उठूंगा अभी सीखने को पूरा संसार बाकी है।
ज़िंदगी में आप अमीर है या गरीब इस बात से फर्क नहीं पड़ता.
केवल सुख और दुःख के जरिये ही कोई व्यक्ति खुद के और अपने नसीब के बारे में जान पाता है। वे सीखते है कि क्या करना है और क्या नहीं - जोहान वोल्फगांग वों गेटे
ज़िन्दगी तेरे भी कितने नखरे है, एक दिन हँसाकर महीनों रुलाती है।
चाहे जितना भी टाइम लग जाए पर मुझे इस जिंदगी में सिर्फ तू ही चाहिए
ज़िन्दगी एक ढलती शाम की तरह है जिसमें कहीं उथल-पुथल है, तो कहीं थोड़ा आराम भी।
जिन लोगों ने जीवन का अनुभव किया है उन्हें कभी खुशी नहीं मिली।
जो दो पल की खुशी आपको आने वाले कल में अत्यंत दुखी करने वाली हो, उसे आज ही जहर की तरह त्याग देना ही उचित है।