#Hindi Quote
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और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा
एक भाई वह है जो हमेशा आपकी पीठ रखेगा, कोई फर्क नहीं पड़ता।
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है।
धोका ऐसे ही नही मिलता, भला करना पड़ता है लोगो का
कामयाब होने के लिए अकेले ही आगे बढ़ना पड़ता है
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया वर्ना हम भी आदमी थे काम के
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ
न जी भर के देखा न कुछ बात की बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए