#Hindi Quote
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ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार
समय का चक्र बहुत तेजी से चलता है, इसलिए ना कभी बल का अहंकार करें, ना धन का
ज़िंदगी जो देदे ख़ुशी से ले लेना चाहिए मगर बदले में जो आपसे बन सके
कोई काम शुरू करने से पहले स्वयं से तीन प्रश्न कीजिए मैं यह क्यों कर रहा हूं इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल होगा और जब गहराई से सोचने पर इन प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर मिल जाए तभी आगे बढ़े
वो जो ख़ुशी होती है ना वो और कही नहीं बस
अहंकार और अकड़ दोनों एक बीमारी हैं, एक ना एक दिन समय इसका इलाज जरूर करता है
कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नहीं आता, हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगों को मित्र और शत्रु बनाता है।
पतझड़ में ही रिश्तों की परख होती है, बारिश में तो हर पत्ता हरा ही दिखता है
जिन्होंने समय पर साथ दिया उन रिश्तों की कद्र समय से भी ज्यादा करना चाहिए
ये न थी हमारी किस्मत कि विसाले-यार होताअगर और जीते रहते यही इंतिजार होता