#Hindi Quote
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ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार
पतझड़ में ही रिश्तों की परख होती है, बारिश में तो हर पत्ता हरा ही दिखता है
भरोसे में भी सावधानी रखना आवश्यक है, क्योंकि कभी - कभी खुद के ही दाँत जीभ काट देते हैं
क्यूंकि इस दुनिया की तो राह में रोड़ा अटकाने की आदत है।
अहंकार और अकड़ दोनों एक बीमारी हैं, एक ना एक दिन समय इसका इलाज जरूर करता है
बड़ा बनो पर उसके सामने नहीं, जिसने तुम्हें बड़ा किया है
अगर आप चाहोगे तो बदल जाएगी ये ज़िंदगी आपकी इतनी तो सुनती
अगर सुबहे आपकी उदास रहेंगी तो शामे फिर किस आस में
सुख निर्मल सुबह की भाँति होता है, जो माँगने पर नहीं जागने पर मिलता है
छिड़कके थोड़ा सा विशवास आप अपनी बेहोश हुई ज़िंदगी को