#Hindi Quote
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मित्रता सबसे शुद्ध प्रेम है।
खुद से प्यार करने वाला मनुष्य एक अपराजय योद्धा के समान होता है।
आपका किसी व्यक्ति या वस्तु के प्रति कोई कर्तव्य नहीें है। अगर आपमें प्रेम और सेवा-भाव है; तो आप वही करेंगे जिसकी आवश्यकता है।
किसी को आपके साथ बुरा व्यवहार करने की अनुमति न दें क्योंकि आप उनसे प्यार करते हैं।
प्रेम-आप सीख नहीं सकते, आप अभ्यास नहीं कर सकते, आप साझा नहीं कर सकते। बिल्कुल खिलने और खिलने की तरह.
प्यार की डोर से बंधा प्यारा सा रिश्ता, भाई- बहन से बढ़कर नहीं कोई नाता।
परिवार का प्यार और दोस्तों की प्रशंसा धन और अधिकार से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है।
प्यार करना सीखिए, फिर वो खुद से ही क्यों न हो। आजकल नफरत तो हर कोई करता है।
प्यार वेदना का रूप ले सकता है, पर बिना दर्द के तो आँसू भी नहीं बहेंगे।
भाइयों की गलतियों में प्यार छिपा होता है।