#Hindi Quote
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“अहमियत” दी तो कोहिनूर खुद को ”मानने” लगे, कांच के #टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे.
पर वक़्त बीत रहा है कागज के टुकड़े कमाने के लिए।
जितना_मैंने सोचा था ज़िन्दगी उससे कहीं_छोटी है !
खुद की कीमत गिर जाती है, किसी को कीमती बनाने की चाहत में.!!!
मुड़ कर देखा तो वक्त खड़ा था जिंदगी और मौत के बीच पड़ा था
माँ का प्यार भी आप में है, पिता की जिद भी आप में है। आपकी दोस्ती अनमोल है, तो आपका बचपन भी अनमोल है
माना दूरियां कुछ बढ़ सी गई है, मगर तेरे हिस्से का वक्त हम आज भी तनहा गुजरते हैं
तीन चीजें उम्र के साथ और अधिक कीमती हो जाती हैं – जलाने के लिए पुरानी लकड़ी, पढने के लिए पुरानी किताबें और आनंद लेने के लिए पुराने दोस्त।
कितना भी पकड़ो फिसलता जरूर है, ये वक्त है साहब बदलता जरूर है।
ठुकरा दिया जिन्होंने मुझे मेरे वक्त को लेकर ऐसा वक्त लाऊंगा की मिलेंगे मुझसे वो लोग थोड़ा वक्त लेकर।