#Hindi Quote
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हमारे पास एक विकल्प है या तो हम अपने भविष्य को आकार दे सकते हैं, या घटनाओं को हमारे लिए आकार दे सकते हैं।
भूतकाल से सीखते हुए वर्तमान में जीएं और भविष्य की आशा करना ही शिक्षा है।
कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नहीं आता, हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगों को मित्र और शत्रु बनाता है।
इसलिए जो व्यक्ति झुक रहा है, वो पहाड़ चढ़ रहा है और जो अकड़ रहा है वो बड़ी तेजी से नीचे आ रहा है। (अल्बर्ट आइंस्टीन)
वह जो सोचता है वही बन जाता है। (महात्मा गांधी)
पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे
इस कथन में, अल्फ्रेड मर्सिएर यह बताना चाहते हैं कि सीखने की प्रक्रिया को सिर्फ चार दीवारों तक सीमित नहीं रखना चाहिए और इसे मज़ेदार बनाना चाहिए।
आप अपने भविष्य तो नहीं लेकिन जीने का तरीका जरुर बदल सकते हो।
जिसके जीवन में जितने मोड़ जितनी समस्या आएंगी वो उतना ही सफल होता चला जाएगा
आप अपने भविष्य तो नहीं लेकिन जीने का तरीका जरुर बदल सकते हो