#Hindi Quote

अपनी पीठ से निकले खंजरों को जब गिना मैंने, ठीक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने

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अपनी खुशहाल जिंदगी के लिए कुछ भी छोड़ देना, लेकिन किसी के लिए अपनी खुशहाल जिंदगी को ना छोड़ना!
अपने प्रेम, अपनी खुशी और अपने उल्लास को रोककर मत रखें। आप जो देते हैं, वही आपका गुण बन जाता है, न कि वह जो आप रोक कर रखते हैं ।
अगर सजा दे ही चुके हो तो हाल न पूछना, हम अगर बेगुनाह निकले तो तुम्हे अफ़सोस
नाज़ुक लगते थे जो लोग, वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले
कुछ यादों को आप कभी नहीं छोड़ना चाहते, चाहें उसके लिए आपको कितनी ही पीड़ा क्यों न सहनी पड़े.
न कर फ़िक्र की जमाना क्या सोचेगा, ज़माने को अपनी ही फ़िक्र से फुरसत कहाँ!
अपनी कमजोरी दूसरों को मालूम हो या ना हो मगर खुद को जरूर मालूम होनी चाहिये
आँसुओ का कोई वज़न नहीं होता, लेकिन निकल जाने पर मन हल्का हो जाता है
अपनी मेहनत और हुनर से इतने काबिल बन जाओ कि कोई भी अमीर आदमी तुम्हारी मेहनत और हुनर को खरीद ना सके।
ज़िन्दगी की हक़ीक़त को बस इतना ही जाना है , दर्द में अकेले हैं खुशियों में ज़माना है