#Hindi Quote

ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा है

Facebook
Twitter
More Quotes
ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा
पत्थर तो हज़ारों ने मारे थे मुझे लेकिन जो दिल पे लगा आ कर इक दोस्त ने मारा है
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली
दोस्ती जब किसी से की जाए दुश्मनों की भी राय ली जाए
एक भाई वह दोस्त है जिसे परमेश्वर ने आपको दिया है; एक दोस्त वह भाई है जो आपके दिल ने आपके लिए चुना है।
तुझे कौन जानता था मिरी दोस्ती से पहले तिरा हुस्न कुछ नहीं था मिरी शाइरी से पहले
दोस्त केवल वही हो सकता हैं जो आपको अच्छे से जानता हैं और आपसे प्यार करता हैं।
दुश्मनों से प्यार होता जाएगा दोस्तों को आज़माते जाइए
मैं झुक के उसके सामने खड़ा क्या हुआ, उसने मुझे पायदान बना दिया!
मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे मैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जाँ-ब-लब मुझे ज़िंदगी की दुआ न दे