#Hindi Quote

कभी भी शादियों के भोजन की बुराई मत करना, कोई पिता वर्षो कमाता है एक दिन की दावत के लिए।

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रूठे हुए को मनाना जिंदगी है, दुसरों को हंसाना जिंदगी है। कोई जीतकर खुश हुआ तो क्या हुआ, सब कुछ हारकर मुस्कुराना भी जिंदगी है।
पैरों से कांटा निकल जाए तो चलने में मज़ा आता है, और मन से अहंकार निकल जाए तो जीवन जिने में मज़ा आता है।
गुरुर किस बात का साहब, आज मिट्टी के उपर, तो कल मिट्टी के निचे
हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है.
कहने को तो ज़िंदगी में हमसे हज़ारों लोग मिल जाते हैं लेकिन हमारी हज़ारों गलतियों को माफ करने वाले मां बाप दुबारा नहीं मिलते।
बेटी की तरफ से अपने पिता के लिए
बेटे की ओर से पिता के लिए विचार
अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है और सुंदर दिमाग से सुंदर सा देश बनाना है, तो मुझे अटलता से लगता है कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं जो बदलाव ला सकते हैं। वे पिता, माता और गुरु हैं।
एक भाई पिता-माता का भी रोल अदा करता है।
पिता और बेटी पर हिंदी में शायरी