#Hindi Quote

ऐसी बेरुखी भी देखी है हमने के लोग, आप से तुम तक तुम से जान तक, फिर जान से अनजान तक हो जाते ।

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लोगों की समझ के हिसाब से जिंदगी जिएंगे, तो उलझ जाएंगे, अपने हिसाब से जिएंगे तो सुलझ जाएंगे।
नहीं बदल सकते हम खुदको औरों के हिसाब से, एक लिबास मुझे भी दिया है, खुदा ने अपने हिसाब ।
कैसे हो पायेगी अच्छे इंसान की पहचान, दोनो ही नकली हो गए है आँसू और मुस्कान!
यू तो हजारों लोग मिल जायेगे लेकिन हाथ पकड़कर चलना सिखाने वाला भाई, बिना नसीब नही मिलता.
एक मनुष्य के रूप में मुख्य संभावना यह है कि हम अपनी बुद्धि, प्रेम और करुणा से काम कर सकते हैं, न कि विवश होकर।
दुनिया को अक्सर वो लोग ही बदल कर जाते है, जिन्हें दुनिया कुछ बदलने के लायक नहीं समझती है!
जमाने में वही लोग हम पर उंगली उठाते हैं जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
जब लोग आपसे खफा होने लग जाएं, तो आप समझ लेना की, आप सही राह पर हैं
दुनिया के लिए आप सिर्फ एक व्यक्ति हैं, लेकिन अपने परिवार के लिए आप पूरी दुनिया हैं।
जीत जाए या हार जाए इंसान की ख्वाहिश होती है की अपने परिवार के पास जाय।