#Hindi Quote
More Quotes
जितना_मैंने सोचा था ज़िन्दगी उससे कहीं_छोटी है !
पहचान के ज़रिये मिला काम बहुत कम समय के लिए ही टिक पाता है, लेकिन काम से मिली पहचान ज़िन्दगी भर क़ायम रहती है।
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है, जैसे रेत मुठ्ठी से फिसलती है कुछ खोकर पछताना क्यों, ज़िंदगी जैसी भी है बस एक ही बार मिलती है।
लेकिन नकारात्मकता के साथ खड़े होने पर, ज़िन्दगी भर गलत ही गलत होगा।
ज़िन्दगी भी अक्सर कमाल करती है, कभी देती है जवाब तो कभी सवाल करती है।
मैं अनुशासित हूँ ये मैं जानता हूँ, इसलिए ज़िन्दगी खूबसूरत है।
मैं ज़िन्दगी से नहीं, अपने आप से नाराज़ हूँ – अर्जुन
यह भी जीवन का कड़वा सच है कि इज्जत इंसान की नहीं, जरूरत की होती है।
‘जिन्दगी’ का कोई रिमोट नहीं होता, उठो जागो और खुद बदलो
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है, जैसे रेत मुठ्ठी से फिसलती है कुछ खोकर पछताना क्यों, ज़िंदगी जैसी भी है बस एक ही बार मिलती है