#Hindi Quote

कभी-कभी आपको अहंकार के लिए नहीं बल्कि आत्म-सम्मान के लिए छोड़ना पड़ता है।

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दूसरों को खुश करने के लिए अपने मूल्यों से समझौता न करें। अपने स्वाभिमान को अक्षुण्ण रखें और चले जाएँ।
स्वाभिमान मान्यता की एक अवस्था है कि एक व्यक्ति उतना ही महत्वपूर्ण और योग्य है जितना कि कोई अन्य इंसान।
खुद को नीचा दिखाना आत्म-सम्मान की हत्या है, खुद को उठाना उसकी पूजा।
मेरे आत्म-मूल्य की एक बूंद भी आपकी स्वीकृति पर निर्भर नहीं करती है।
हमेशा अपने आप में रहो, अपने आप को व्यक्त करो, अपने आप में विश्वास रखो, बाहर जाकर एक सफल व्यक्तित्व की तलाश कर और उसकी नकल मत करो। -ब्रूस ली
जब आप अपने अंदर से अहंकार मिटा देंगे तभी आपको वास्तविक शांति प्राप्त होगी !
कभी-कभी दूर जाने का कमजोरी से कोई लेना-देना नहीं होता है, और सब कुछ ताकत से होता है। हम दूर चले जाते हैं इसलिए नहीं कि हम चाहते हैं कि दूसरे हमारे मूल्य का एहसास करें, बल्कि इसलिए कि हम अंततः अपने खुद के मूल्य का एहसास करते हैं।
स्वाभिमान से अधिक निकट स्वार्थ जैसा कुछ नहीं है।
हाँ’ या ‘हो सकता है’ कहना जब हमारा मतलब ‘नहीं’ होता है, हमारे शब्दों को चीप बना देता है, हमारे आत्म-सम्मान की भावना कम हो जाती है, और हमारी अखंडता से समझौता हो जाता है। -पाउलो कोइल्हो
आत्म-सम्मान से भरी हर मुस्कान आपके आत्म-विश्वास की कहानी कहती है