#Hindi Quote

संभल कर चल नादान ये इंसानों की बस्ती है, ये खुदा को भी आजमा लेते है, फिर तेरी क्या हस्ती है..!!!

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मुस्कुराते हुए इंसान को कभी जब देखना, हो सकता है रूमाल गिला मिले
मैं हर रात कुछ इस क़दर बिखरता हु, की मुझे समेटने के लिए ये रात सदियों में गुजरती है..!!!
अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए
सवाल ज़हर का नही था, वो तो मैं पी गया, तकलीफ तो लोगो को तब हुई, जब मैं जी गया.!!!
इतना उदास ना हो-ए-दिल, बस भरोसा ही तो टूटा है, ये बिछड़ने वाले कब अपने होते है, कोई पराया ही तो रूठा है..!!!
मैं चाहूं तो आज ही तुम्हे मना लू, मगर तुम वो रहे ही नही जिसकी मुझे तलब थी.!!!
तुम कहा हो मेरे करीब आओ, मैं कहा हु मुझे पता तो चले..!!!
जीवन की सच्चाई, अपने सपनों को खुदा बनाने में छुपी होती है।
दिन ब दिन खुद को खोता जा रहा हु मै, ये मैं भी नही जानता क्या होता जा रहा हु मै..!!
नहीं बदल सकते हम खुदको औरों के हिसाब से, एक लिबास मुझे भी दिया है, खुदा ने अपने हिसाब ।