#Hindi Quote
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दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है मैंने अपने आप को
आंखें खुली रखो तो आंसूं भी काले और बंद करू तो सपने भी
मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में, मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में।
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है, मैंने अपने आप को दुःख दिया है.
अपने रिश्तो को उस ताले की तरह बनाओ जिसे हथोड़े की चोट तो मंजूर हो, मगर किसी दूसरी चाबी से खुलना मंजूर नहीं.
ज़िन्दगी एक ढलती शाम की तरह है, जिसमें कहीं उथल-पुथल है, तो कहीं थोड़ा आराम भी।
हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जाएगा। (महात्मा गांधी)
फ़रियाद कर रही है तरसी हुई निगाह, किसी को देखे हुए अरसा हो गया है।
आशाओं के दीपक ही जीवन में अंधकार को मिटाते हैं।
कोई सिखादे मुझे भी अपने वादों से मुक़र जाना ! बहुत थक चुका हूँ निभाते-निभाते.